प्रश्न 1.
उन घटकों के नाम बताइए, जो किसी स्थान से मौसम को निर्धारित करते हैं।
उत्तर:
मौसम को निर्धारित करन वाले घटक हैं-तापमान, आर्द्रता, वर्षा, वायु वेग आदि।
प्रश्न 2.
दिन में किस समय ताप के अधिकतम और न्यूनतम होने की सम्भावना होती है?
उत्तर:
दिन में अधिकतम तापमान सामान्यतः अपराह्न (दोपहर बाद) और न्यूनतम तापमान प्रातः (भोर) में होने की सम्भावना रहती है।
प्रश्न 3.
रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए:
1.दीर्घ अवधि के मौसम का औसत ……….. कहलाता है।
2.किसी स्थान पर बहुत कम वर्षा होती है और उस स्थान का तापमान वर्षभर उच्च रहता है, उस स्थान की जलवायु ……… और ………… होगी।
3.चरम जलवायवीय परिस्थितियों वाले पृथ्वी के दो क्षेत्र ……. और ………. हैं।
उत्तर:
1.जलवायु।
2.गर्म, शुष्क।
3.उष्ण कटिबन्धीय, ध्रुवीय।
प्रश्न 4.
निम्नलिखित क्षेत्रों की जलवायु का प्रकार बताइए:
1.जम्मू एवं कश्मीर।
2.केरल।
3.राजस्थान।
4.उत्तर-पूर्व भारत।
उत्तर:
1.शीत और आर्द्।
2.मध्यम गर्म और मध्यम आर्द्र।
3.गर्म और शुष्क।
4.आर्द्र।
प्रश्न 5.
मौसम और जलवायु में से किसमें तेजी से परिवर्तन होता है?
उत्तर:
मौसम में।
प्रश्न 6.
जन्तुओं की कुछ विशेषताओं की सूची नीचे दी गई है –
आहार मुख्यत: फल हैं।
सफेद बाल/फर।
प्रवास की आवश्यकता।
तीव्र स्वर-ध्वनि (तेज आवाज)।
पैरों के चिपचिपे तलवे।
त्वचा के नीचे वसा की मोटी परत।
चौड़े और बड़े नखर।
चटख रंग।
मजबूत पूँछ।
लम्बी और बड़ी चोंच।
उष्णकटिबन्धीय वर्षावन क्षेत्र के लिए अनुकूलित जन्तु –
आहार मुख्यतः फल हैं।
तीव्र स्वर-ध्वनि (तेज आवाज)।
पैरों के चिपचिपे तलवे।
चटख रंग।
मजबूत पूँछ।
लम्बी और बड़ी चोंच।
ध्रुवीय क्षेत्रों के लिए अनुकूलित जन्तु –
सफेद बाल/फर।
प्रवास की आवश्यकता।
त्वचा के नीचे वसा की मोटी परत।
चौड़े और बड़े नखर।
प्रश्न 7.
उष्णकटिबन्धीय वर्षावन जन्तुओं की विशाल जनसंख्या को आवास प्रदान करते हैं। यह समझाइए कि ऐसा क्यों है?
उत्तर:
उष्णकटिबन्धीय वर्षावन में जलवायवी परिस्थितियाँ अनेक किस्मों के जन्तुओं की विशाल जनसंख्या के जीवनयापन के लिए अत्यधिक उपयुक्त हैं। अतः ये वर्षावन जन्तुओं की विशाल जनसंख्या को आवास प्रदान करते हैं।
प्रश्न 8.
उदाहरण सहित समझाइए कि किसी विशेष जलवायवी परिस्थिति में कुछ विशिष्ट जन्तु ही जीवनयापन करते क्यों पाए जाते हैं?
उत्तर:
किसी विशेष जलवायवी परिस्थिति में कुछ जन्तु ही अपने शरीर के अंगों की बनावट एवं आकार के कारण भोजन को प्राप्त करने के लिए अनुकूलित होते हैं। उन्हें यहाँ अन्य प्रकार के जन्तुओं से भिन्न भोजन और आश्रय मिल जाता है और उनमें परस्पर स्पर्धा कम से कम होती है।उदाहरण के लिए, टूकन नामक पक्षी की लम्बी एवं बड़ी चोंच होती है, जिसकी सहायता से वह उन बहुत कमजोर शाखाओं से भी फलों को तोड़ सकता है जो उसके भार को सहन नहीं कर सकती हैं।
प्रश्न 9.
उष्णकटिबन्धीय वर्षावनों में रहने वाला हाथी किस प्रकार अनुकूलित है?
उत्तर:
उष्णकटिबन्धीय वर्षावनों में रहने वाला विशाल शरीर वाला हाथी अपने शरीर के अंगों की बनाबट के कारण अनुकूलित: है। उसकी लम्बी लँड सूंघने एवं भोजन उठाने का कार्य आसानी से कर सकती है। अपने बाह्य रूपान्तरित दाँतों की सहायता से, जिन्हें रद कहते हैं, अपनी पसन्द के वृक्षों की छाल को आसानी से छील सकता है। इसके लम्बे बड़े कान बहुत हल्की ध्वनि को सुनने में सक्षम हैं। वर्षावनों की गर्म और आर्द्र जलवायु हाथी को ठण्डा रखने में सहायक है। इस प्रकार उष्णकटिबन्धीय वर्षावनों में रहने वाले हाथी वहाँ की परिस्थितियों के लिए अनुकूलित हैं।
प्रश्न 10.कोई माँसाहारी जन्तु, जिनके शरीर पर धारियाँ होती है, अपने शिकार को पकड़ते समय बहुत तेजी से भागता है। इसके पाये जाने की सम्भावना है किसी
उत्तर:
उष्णकटिबन्धीय वर्षावन में।
प्रश्न 11.
ध्रुवीय भालू को अत्यधिक ठण्डी जलवायु में रहने के लिए कौन-सी विशेषताएँ अनुकूलित करती हैं –
उत्तर:
श्वेत बाल/फर, त्वचा के नीचे वसा, तीव्र सूंघने की क्षमता।
प्रश्न 12.
निम्न में से कौन-सा विकल्प उष्णकटिबन्धीय क्षेत्र का सर्वश्रेष्ठ (सबसे अच्छा) वर्णन करता है –
उत्तर:
गर्म और आई।
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